सुषमा स्वराज, मनीष तिवारी की ज़ुबानी जंग का लेखा जोखा

मनीष तिवारी, सुषमा स्वराज, भाजपा, क्रिस्चियन पुजारी, एलेक्सिस प्रेम तालिबान, अफगानिस्तान, कांग्रेस, गांधी परिवार

भारत में आज कल अजीब सा माहौल है| किसी राजनेता में अब सहनशक्ति नहीं बची है ना ही कोई आरोप लगाने से पहले कुछ सोचना चाहता है| शुरू करते हैं सुषमा स्वराज और मनीष तिवारी जो की कांग्रेस में राजनेता हैं उनके बीच की हाल फिलहाल हुई जंग की| आइए शुरू से देखते हैं:

मनीष तिवारी, सुषमा स्वराज, भाजपा, क्रिस्चियन पुजारी, एलेक्सिस प्रेम तालिबान, अफगानिस्तान, कांग्रेस, गांधी परिवार

सुषमा  स्वराज ने फ़ादर उज़ुन्नलिल के बारे में ये जानकारी दी थी:

मनीष तिवारी, सुषमा स्वराज, भाजपा, क्रिस्चियन पुजारी, एलेक्सिस प्रेम तालिबान, अफगानिस्तान, कांग्रेस, गांधी परिवार

सुषमा स्वराज के काम की एक बानगी:

2

मनीष तिवारी ने ट्वीट करके भाजपा सरकार पर आरोप जड़ा की इस्लामिक स्टेट ने एक क्रिस्चियन पुजारी को मौत के घाट उतार दिया और सरकार ने कुछ नहीं किया, क्या इसका कारण ये था की वो क्रिस्चियन  थे? आगे प्रधानमंत्री को घसीटते हुए मनीष तिवारी ने बोला की प्रधानमंत्री जी वो भी एक भारतीय थे |

6

इसके बाद सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके बोला की दोस्तों मैने कुछ ट्वीटस को लायक किया है, अब आप उनको देखकर फ़ैसला कीजिए और मनीष तिवारी को जवाब दीजिए|

4

सुषमा स्वराज ने उसके बाद एक शब्द ना लिखा ना कुछ बोलीं पर मनीष तिवारी इस बेरूख़ी से उत्तेजित हो गये और बोले की अगर सुषमा स्वराज में हिम्मत है तो वो बातयें की उन्होने या प्रधानमंत्री ने क्रिस्चियन पुजारी  को बचाने के लिए क्या किया ना की भाजपा के ट्रोल्स, भक्तों और विकृत मानसिकता के लोगों के पीछे  छुपें |

5

इसी पहले भी वो सुषमा  स्वराज पर तंज़ कस सुके हैं, शायद यही कारण होगा सुषमा ने कोई जवाब इनको नहीं दिया| आप खुद देखिए:

8

7

अब सवाल ये है की मनीष तिवारी ने किस मानसिकता का परिचय  दिया था जब उन्होने सीधे सीधे प्रधानमंत्री को लपेटा था? क्या थी उनकी मानसिकता जब उन्होने क्रिस्चियन होने की बात का इस्तेमाल करने की कोशिश की? जैसा उनका सवाल था सुषमा ने वैसा ही जवाब दिया, पर इसमें उन्होने भाजपा के समर्थकों को गाली क्यूँ दी?3

क्या उनको ये लगता है की जो आज भाजपा का समर्थक है वो देश का नागरिक नहीं है या  वो कभी कांग्रेस पार्टी को वोट नहीं देगा? इस तरह का आचरण ये दिखता है की कांग्रेस अभी भी अपने दंभ से उपर नहीं उठ पाई है|

मनीष तिवारी जैसे लोगों का आचरण कांग्रेस को मुख्यधारा से दूर ले जा रहा है और गाँधी परिवार को तुरंत इस पर अंकुश लगाना चाहिए| रही क्रिस्चियन पुजारी की बात, तो मनीष तिवारी जी से ये पूछना चाहिए, की क्या सुबूत है उनके पास की इस मासूम की हत्या हो ही गयी है? ज़बरदस्ती की भाषणबाज़ी इस क्रिस्चियन पुजारी फ़ादर उज़ुन्नलिल की जान को जोखिम में डाल सकती है|

Islamic state, IS, ISIS, Indian, Brussels attack, terrorism, Indian father, catholic, crucified

क्या वो ये बात नहीं जानते? क्या वो ये नहीं जानते की भारत सरकार ने पिछले वर्ष ही एक क्रिस्चियन पुजारी एलेक्सिस प्रेम को तालिबान के चुंगुल से अफगानिस्तान से निकलवाया था?

मनीष तिवारी, सुषमा स्वराज, भाजपा, क्रिस्चियन पुजारी, एलेक्सिस प्रेम तालिबान, अफगानिस्तान, कांग्रेस, गांधी परिवार

वो ये भूल गये की कैसे भारत सरकार ने कई मुसलमानों, हिंदूओं और क्रिस्चियन्स को मध्य पूर्व एशिया के युद्ध क्षेत्रों से निकाला है|

इस तरह की बयानबाज़ी भले ही राजनीति के लिए अच्छी हो पर देश के लिए, और उस्के नागरिक जो की युद्ध के क्षेत्रों में फँसे हुए हैं, घातक सिद्ध हो सकती है| राजनीति की बिसात पर देश के नागरिक का अहित ना हो| ये ध्यान रखें|