चीन की तरफ से लगातार होती उग्र भाषंबाज़ी और हाल ही में उसकी चमोली में घुसपैठ से उसके युद्ध के प्रति उन्माद को समझा जा सकता है| चीन भारत से इस बात पर भी खफा है क्यूंकी भारतीय सेना ने डॉक्लम में उसको जबरन भूटान के हिस्से पर क़ब्ज़ा करने से रोका हुआ है|
वहाँ का मीडीया लगातार भारत पर हमला करने की चेतावनी दे रहा है, जैसे की ‘गीव इंडिया आ ब्लडी नोस’, यानी की भारत को घायल करो|
ऐसे में हमारे कई पत्रकार ऐसे हैं जो देश को केवल एक ही तरह की बातें बता रहे हैं| ऐसे ही कुछ पत्रकारों की आँखें खोलने का काम भाजपा नेता सुब्रमणियाँ स्वामी ने किया है| अपनी स्पष्ट बातों के लिए मशहूर स्वामी ने साफ साफ शब्दों मे ‘लुटेयन’ बुद्धिजीवी वर्ग को निशाना बनाया है और कहा है की ये बुद्धिजीवी चीन के ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के बढ़ते उन्माद को कम करके आंक रहे हैं जबकि भारत को अमरीका के सपोर्ट का बढ़ा चढ़ा कर बता रहे हैं| हमें सही तरह से बात को समझने की ज़रूरत है|
Many Lutyens intellectuals are underestimating Chinese mood to do a "surgical strike" and overestimating US support. Need a reality check
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 31, 2017
एक सवाल के जवाब में स्वामी ने पूछा की युद्ध या सर्जिकल स्ट्राइक की कोशिश अगर होती है तो क्या हम पलट कर वार करेंगे?
War? no? Strike ? Yes. Question is: will we strike back?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 31, 2017
उन्होने 1962 की बात पर कहा की वो नेहरू की बिना तैयारी के युद्ध में कूदने की वजह से हुआ|
I have never spoken about 1962. That fiasco was the outcome of Nehru's silly bravado without preparation on Edwina's inspiration
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 31, 2017
स्वामी ने एक सवाल के जवाब में भारतीयों को कुछ चीज़ें साफ करने का भी काम किया, जैसे, कुछ लोग अमरीका, इज़रायल, और रूस का नाम बार बार लेकर कह रहे थे की भारत के बहुत सारे ‘समर्थ’ दोस्त हैं|
No nexus between what we expect from them and what they will do for us.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 31, 2017
इस पर स्वामी ने लोगों को याद दिलाया की रूस तो चीन का भी बहुत बढ़िया मित्र है और वो तो पाकिस्तान को हथियार तक बेच रहा है|
Living in a fool's paradise. Russia and China are now close friends. Russia is selling weapons to Pakis
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 31, 2017
स्वामी की बातें शायद कड़वी लगें, पर उनका कद बहुत बड़ा है और अगर वो ये सब कह रहे हैं तो साफ है की वो भी इस मुद्दे पर नज़र रख रहे हैं और ये एक बहुत अच्छी बात है |