योगी आदित्यनाथ की बात पर तनवीर सलीम से क्यूँ खफा हुए ओवैसी?

योगी ज़िंदाबाद, सपा नेता,उत्तर प्रदेश , योगी आदित्यनाथ

तनवीर सलीम पेशे से एक वैज्ञानिक हैं और वो गोरखपुर के बारे में कई बातें बता रहे हैं| उनकी बातों से ये साफ ज़ाहिर है की वो इस बात पर गुरूर रखते हैं की उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हीं के इलाक़े से आता है|

योगी आदित्यनाथ पर पत्रकारों की गपशप!

एक ट्वीट में उन्होने बताया की योगी आदित्यनाथ के अस्पताल में हिंदू या मुस्लिम से भेदभाव नहीं होता| और उन्होने ये आशा भी की जैसे गोरखनाथ मंदिर से लगे हॉस्पिटल में है ‘सब का इलाज’ , वैसे ही आशा है अब ‘सब का विकास’|

उन्होने ये बात भी बताई की वो 2014 में  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले थे और खाद की फॅक्टरी, जो की बंद पड़ी थी, उसको खुलवाने के लिए| तब भी योगी आदित्यनाथ ने उनको मदद का भरोसा दिया था और टेंडर भी डाले गये|

एक बड़े तल्ख़ अंदाज़ में उन्होने मुसलमानों को कहा की जब वोट बैंक के नाम पर आपको तुष्ट किया जाता है तो दूसरे अगर यही किसी और के लिए करते हैं तो क्यूँ बुरा लगे? उन्होने पीस पार्टी के डाक्टर अयूब का नाम लिया और बोले की वो खुलकर मुसलमान की ही बात करते हैं, तो हिंदू की बात दूसरा क्यूँ ना करे?

योगी आदित्यनाथ को समर्थन के साथ साथ उनसे निष्पक्ष काम की है उम्मीद:

पर खैर उन्हें योगी आदित्यनाथ इसीलिए पसंद हैं क्यूंकी उनके साथ कोई परिवारवाद का ख़तरा नहीं है इसीलिए लालू या मुलायम की तरह लाल बत्ती अब परिवार में नहीं बटेंगी और ना ही वो जबरन धन अपने लिए इकठ्ठा करेंगे|

पर ताज्जुब की बात ये है की उन्होने ये खुद बताया की उनकी बातों से खफा होकर असदूद्दीन ओवैसी ने उनको ब्लॉक कर दिया| पर तनवीर बोले की कोई फ़र्क़ नहीं पड़ेगा और गंगा-जमुना तहज़ीब ही उत्तर परदेश में रहेगी| कृपया यहाँ से (ओवैसी) दूर रहें|

ओवैसी इस बात पर शायद खफा हुए होंगे जो तनवीर ने पहले कही थी| उन्होने कहा था की मुसलमानों को अब अपने नेता तैयार करने चाहिएं क्यूंकी जब मुस्लिम ओवैसी/आज़म/बुखारी के लिए हाथ खड़ा करता है तो दूसरे भी वो विकल्प चुनने के अधिकारी हैं जो शायद आपको पसंद ना आएँ| उन्होने ये भी कहा की इमामबाड़ा और गोरखनाथ मठ को बराबर की ज़मीन अवध के नवाब ने दी थी पर मुस्लिमों ने ज़मीन का खास कुछ किया नहीं जबकि मठ से आज मुख्यमंत्री बन गया| उन्होने मुलायम सिंह पर कटाक्ष किया और कहा इनको अच्छा लगता था जब इनको कोई मौलाना कहता था, मायावती भी इनको मारो जूते चार कहती (उपरी जात के लोगों को) थी, और ये भी की अगर योगी आदित्यनाथ ने कोई ग़लत बयान दिए हैं तो ओवैसी भी पीछे नहीं था|

तनवीर सलीम ने ये भी बताया की उनको दादाजी ने 198 में गोरखनाथ मंदिर के पुजारी से प्रार्थना की थी की उनको मंदिर में मुशायरा करने दें, पुजारी ने खुशी खुशी उनकी बात मानी| 1978 में उनके दादाजी ने जब पुजारी से कहा था आप चढ़ावे के लड्डू कैसे खा लेते हो तो उन्होने हर मंगलवार को लड्डू भेजने शुरू कर दिए थे| तनवीर सलीम के हिसाब से योगी आदित्यनाथ  खुद भ्रष्टाचार नहीं करेंगे, ना ही गोरखपुर में ऐसे होने देंगे और संविधान के दायरे में कार्य करेंगे| वो ज़मीन माफ़िया के खिलाफ भी कार्य करेंगे और न्याय करेंगे ऐसी तनवीर सलीम को उम्मीद है|

तनवीर सलीम एक लेखक हैं और उनकी किताब के बारे में जानकारी के लिए आप यहाँ क्लिक करें|